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रोने का कंधा और सुनने को कान-हमारा महानगर
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रोने का कंधा और सुनने को कान-हमारा महानगर
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विश्व बंधुत्व द्वारा सुरक्षित समाज का निर्माण -हमारा महानगर
पहले खुद की सुने, फिर दूसरों की -हमारा महानगर
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